"पाक की ट्रेन में गूंजीं गोलियां – जाफर एक्सप्रेस बना खून का मैदान, बगावत की चिंगारी भड़की!"
भइया, पाकिस्तान में जो हुआ है, वो किसी फिल्मी सीन से कम नहीं है। बलूच विद्रोहियों ने जाफर एक्सप्रेस नाम की ट्रेन को हाईजैक कर लिया और उसमें बैठे करीब 30 पाकिस्तानी सैनिकों को एक-एक करके गोली मार दी। ये सब हुआ बलूचिस्तान के एक सुदूर इलाके में, जहां पहले भी बगावत की घटनाएं होती रही हैं।
विद्रोहियों ने बाकायदा वीडियो भी जारी कर दिया है, जिसमें वो बता रहे हैं कि उनकी लड़ाई पाकिस्तान की फौज से नहीं, बल्कि उस ज़ुल्म से है जो सालों से बलूचिस्तान पर किया जा रहा है। उनका कहना है कि उन्हें आज़ादी चाहिए – बस और कुछ नहीं।
पाकिस्तान की सरकार और फौज इस मामले में बुरी तरह फँसी हुई है। एक तरफ इंटरनेशनल मीडिया का दबाव, दूसरी तरफ खुद अपने देश में उठते सवाल। सवाल ये कि आखिर इतनी सिक्योरिटी के बावजूद ट्रेन को हाईजैक कैसे कर लिया गया?
अब देखो भइया, ये मामला सिर्फ ट्रेन लूटने या सैनिकों को मारने का नहीं है, ये पाकिस्तान की असली कमजोरी दिखा गया है। बलूच विद्रोही अब खुलकर कह रहे हैं – "अब और नहीं सहेंगे ज़ुल्म।"
पाकिस्तान की ये हालत देख के साफ समझ आता है कि अंदर से उसका तंत्र खोखला हो चुका है। अब देखना ये होगा कि सरकार इस पर क्या कार्रवाई करती है – या फिर एक बार फिर मीडिया में धूल झोंककर इस मुद्दे को दबा देगी।
भइया, जो भी हो, एक बात तो पक्की है – पाकिस्तान के लिए ये घटना एक बड़े तूफान की आहट है।
Post a Comment