तेलंगाना में परिसीमन पर प्रस्ताव – मुख्यमंत्री ने विधानसभा में पेश किया
तेलंगाना की विधानसभा में आज कुछ अलग ही माहौल देखने को मिला। मुख्यमंत्री ने परिसीमन से जुड़ा बड़ा प्रस्ताव पेश कर दिया। इस प्रस्ताव के ज़रिए राज्य में विधानसभा क्षेत्रों की सीमाओं में बदलाव की बात कही गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की जनसंख्या और भौगोलिक स्थिति को देखते हुए अब सीमांकन जरूरी है, ताकि विकास योजनाएं और प्रतिनिधित्व बराबरी से हो सके।
इस प्रस्ताव के बाद सियासी हलचल भी तेज़ हो गई है। विपक्ष ने सवाल उठाते हुए कहा – कहीं ये सब अगले चुनावों की तैयारी तो नहीं?
हालांकि, सरकार का कहना है कि ये कदम **जनहित में है, न कि राजनीतिक चाल**।
Shivam90 की चेतावनी:
- भाई, परिसीमन अगर सही ढंग से हो तो विकास की रफ्तार बढ़ती है।
- लेकिन अगर ये राजनीति के लिए किया जाए, तो जनता का भरोसा हिल जाता है।
- Shivam90 यही कहता है – हर फैसला जनता की भलाई के लिए हो, न कि कुर्सी बचाने के लिए।
समाज से सवाल:
क्या ये परिसीमन वाकई ज़रूरी था या चुनावी गणित का हिस्सा है?
क्या इस बदलाव से वंचित इलाकों को फायदा मिलेगा या फिर कुछ क्षेत्रों की आवाज़ और दब जाएगी?
अब जनता को जागना होगा – क्योंकि सीमाएं बदलती हैं, लेकिन हक नहीं बदलने चाहिए!
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