अक्षय तृतीया 2025 कर लो ए काम हो जाओगे मालामाल।।

अक्षय तृतीया 2025: घर में इन 3 जगहों पर जलाएं दीपक, मां लक्ष्मी की होगी असीम कृपा 

अक्षय तृतीया 2025 पर दीपक जलाने की दिशा और मां लक्ष्मी को आकर्षित करने के उपाय


अक्षय तृतीया का दिन विशेष रूप से धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन न केवल हमारी आस्था और भक्ति को बढ़ाता है, बल्कि यह हमें सही दिशा में अपने जीवन की यात्रा पर चलने का मार्ग भी दिखाता है। इस दिन विशेष पूजा, दीपक जलाना और दिशा का महत्व है, जो हमारे जीवन में समृद्धि और खुशहाली लेकर आता है।

दीपक जलाने की 3 खास जगहें और उनका महत्व

जब हम दीपक जलाते हैं, तो यह सिर्फ एक धार्मिक क्रिया नहीं होती, बल्कि यह हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और दिव्य आशीर्वाद का संदेश भी लेकर आती है। खासकर, अक्षय तृतीया पर दीपक जलाने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और समृद्धि का दरवाजा खुलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दीपक जलाने की सही दिशा और स्थान का भी महत्व है?

1. उत्तर-पूर्व दिशा में दीपक जलाएं:

इस दिशा को ज्ञान और शक्ति की दिशा माना जाता है। अक्षय तृतीया पर इस दिशा में दीपक जलाना विशेष रूप से शुभ होता है। यह न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, बल्कि आपके जीवन में ज्ञान और समझ की वृद्धि भी करता है।

2. उत्तर दिशा में दीपक जलाएं:

उत्तर दिशा को धन और समृद्धि की दिशा माना जाता है। इस दिशा में दीपक जलाने से घर में लक्ष्मी का वास होता है और आर्थिक समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह दिशा हमें जीवन में हर रूप से खुशहाली और सफलता की ओर अग्रसर करती है।

3. पूर्व दिशा में दीपक जलाएं:

पूर्व दिशा को बोध और आत्मिक उन्नति की दिशा माना जाता है। यहां दीपक जलाने से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि आत्मा की शुद्धि भी होती है। यह दिशा विशेष रूप से ज्ञान और शिक्षा की दिशा होती है।

Shivam90: अक्षय तृतीया के महत्व को समझने की नई दृष्टि

Shivam90 के माध्यम से हम न केवल अपने व्यवसाय और जीवन को सही दिशा में ले जाने का प्रयास करते हैं, बल्कि इस दिन के महत्व को भी समझने का प्रयास करते हैं। Shivam90 का मानना है कि धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ, जब हम सही दिशा में काम करते हैं, तो हमें जीवन में हर क्षेत्र में सफलता और समृद्धि मिलती है। अक्षय तृतीया पर दीपक जलाना केवल एक धार्मिक कर्तव्य नहीं, बल्कि यह हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का एक तरीका है।

अक्षय तृतीया 2025: एक नई शुरुआत का मौका

अक्षय तृतीया को "सर्वोत्तम दिन" भी कहा जाता है क्योंकि यह दिन नए कार्यों की शुरुआत के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन आप नया घर खरीदने, व्यवसाय शुरू करने, या किसी नए कार्य में हाथ डालने के लिए अपने भाग्य को आज़मा सकते हैं। साथ ही, यह दिन हमें अपने पुराने पापों और गलतियों को छोड़ने की प्रेरणा भी देता है, ताकि हम एक नया, बेहतर जीवन शुरू कर सकें।

अक्षय तृतीया 2025 का शुभ मुहूर्त और समय

अक्षय तृतीया 2025 में **बुधवार, 30 अप्रैल** को मनाई जाएगी। यह दिन विशेष रूप से शुभ माना जाता है और इस दिन किए गए शुभ कार्यों का फल अक्षय होता है।

  • तृतीया तिथि प्रारंभ: 29 अप्रैल 2025 को शाम 5:31 बजे
  • तृतीया तिथि समाप्ति: 30 अप्रैल 2025 को दोपहर 2:12 बजे
  • पूजा मुहूर्त: 30 अप्रैल 2025 को सुबह 5:58 बजे से दोपहर 12:24 बजे तक

यह पूजा मुहूर्त लगभग 6 घंटे 18 मिनट तक रहेगा, जो इस दिन के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

अक्षय तृतीया का दिन विशेष रूप से सोने की खरीदारी के लिए भी शुभ माना जाता है। इस दिन सोना खरीदने से घर में समृद्धि और सुख-शांति का वास होता है।

आप इस दिन के मुहूर्त और विशेष महत्व को जानने के लिए और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं यहाँ पर: अक्षय तृतीया 2025 की पूरी जानकारी

निष्कर्ष

इस अक्षय तृतीया, दीपक जलाकर, सही दिशा में पूजा कर, हम अपने जीवन को समृद्ध बना सकते हैं। यह दिन हमें यह सिखाता है कि यदि हम सच्चे दिल से आस्था रखते हुए सही कर्म करते हैं, तो हम अपने जीवन में हर वह चीज़ पा सकते हैं जो हमें चाहिए — सुख, समृद्धि और शांति।

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