प्रेमानंद महाराज जी के अमृत वचन
प्रेम, भक्ति और शांति के स्वरूप पूज्य प्रेमानंद महाराज जी के वचन जीवन को दिशा देने वाले होते हैं। उनका हर प्रवचन हमें आत्मा की ओर ले जाता है और संसार के मोह से हटाकर प्रभु की भक्ति में जोड़ता है।
"जो मिला है, वो भी चला जाएगा। पर जो प्रभु का नाम जप लिया, वो कभी नहीं छूटेगा।"
महाराज जी कहते हैं कि जीवन में सबसे बड़ा पुण्य है – हरि नाम का स्मरण। संसार की सभी वस्तुएं नाशवान हैं, परंतु ईश्वर की भक्ति अमर है। यदि हमें सच्चा सुख चाहिए, तो भौतिकता से नहीं – आत्मिकता से जुड़ना होगा।
"जब तक सांस है, तब तक प्रभु का नाम लेना बंद मत करो। जो सांसों में राम है, वही जीवन का सार है।"
LIVE: प्रेमानंद जी महाराज का सत्संग
ऊपर दिए गए वीडियो में आप आज का प्रेमानंद जी महाराज जी का लाइव प्रवचन देख सकते हैं। यह सत्संग जीवन में सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
भक्ति ही मोक्ष का द्वार है – प्रेम से जियो, सेवा से जुड़ो, और प्रभु को अपना बनाओ।
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