मोदी BRICS 2025 में बोले‑ ‘Global South को चाहिए Climate & Terror Finance’
📅 तारीख: 6–7 जुलाई 2025, स्थान: रियो डी जनेरियो, ब्राज़ील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस शिखर सम्मेलन में **Global South – यानी विकासशील देशों** के लिए भरोसेमंद वित्तीय और तकनीकी समर्थन की माँग उठाई 1
🔹 मोदी जी की मुख्य बातें:
- Climate Finance का बोझ Developed Countries उठाएँ, Global South को न्याय मिले 2
- Terrorism के खिलाफ कड़ा Action – “Pahalgam हमले को मानवता पर हमला बताया” 3
- "Double standards" जारी रखने वालों की खुलकर आलोचना 4
- BRICS के विस्तार से global south का 대표त्व बढ़ा; 11 member हुए 5
- मल्टीपोलर वर्ल्ड, AI सहयोग और क्लाइमेट फाइनेंस पर जोर 6
"Countries must impose no hesitation in sanctioning terrorists… Victims and supporters cannot be on same scale." — पीएम मोदी 7
मोदी जी ने Rio Summit को Global South का वक्तव्य माना और कहा कि “India & BRICS इस बदलाव की अगुआई करें।” उन्होंने यह भी कहा कि Existing अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं — जैसे UN Security Council, IMF, WTO — में systémिक सुधार ज़रूरी हैं 8।
🌐 भारत का राजनीतिक–वैश्विक असर:
- India का वैश्विक सम्मान बढ़ा; climate‑finance और terrorismo लड़ाई में मजबूत आवाज़
- AI, trade, energy आदि क्षेत्रों में नए सहयोग की दर बनेगी
- Modi की टूड-डे अपील पर Developed देशों का ध्यान Global South पर फिर केन्द्रित होगा
लेखक: Shivam Soni • www.shivam90.in
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🙋♂️ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1. PM Modi ने BRICS 2025 में क्या कहा?
मोदी जी ने Global South के देशों की आवाज़ उठाई। उन्होंने क्लाइमेट फाइनेंस, आतंकवाद और तकनीकी साझेदारी पर बड़ा बयान दिया।
Q2. BRICS 2025 का मुख्य मुद्दा क्या था?
मुख्य मुद्दे थे – जलवायु परिवर्तन, वैश्विक व्यापार में बराबरी, डिजिटल इकोनॉमी और सुरक्षा साझेदारी।
Q3. PM Modi ने किन देशों के साथ बातचीत की?
मोदी जी ने ब्राजील, चीन, रूस और साउथ अफ्रीका के नेताओं से मुलाकात की और भारत के हितों को मजबूती से रखा।
Q4. BRICS से भारत को क्या फायदा है?
भारत को व्यापार, निवेश, डिफेंस साझेदारी और वैश्विक मंचों पर आवाज़ मिलती है। खासकर Global South के देशों में भारत की स्थिति मज़बूत होती है।
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