।। राम ।।
राम मै राधा माधव दोनो समाहित है । जान कर अच्छा लगा होगा आपको ।
दोस्तो तुलसी बाबा ने एक चौपाई लिखी है जानते होगे आप सब बहुत प्यारी चौपाई है ।
तुलसी साथी विपत्ति के, विद्या विनय विवेक।
साहस सुकृति सुसत्यव्रत, राम भरोसे एक।।
तुलसीदास जी कहते हैं ।
की किसी भी विपदा से यह 7 गुण आपको बचाएंगे।
1-विद्या
2-विनय,
3-विवेक
4-साहस
5-आपके भले कर्म
6-सत्यनिष्ठा
7-भगवान के प्रति आपका विश्वास।।
भगवान कृष्ण ने भी भागवत गीता मै कहा है जब तक इंसान की बुद्धि विवेक हीन होती तब तक इंसान कामयाब नही हो सकता है।
2-विनय
विद्यां ददाति विनयं,विनयाद् याति पात्रताम् ।
पात्रत्वात् धनमाप्नोति,धनात् धर्मं ततः सुखम् ॥
विद्या से विनय आती है, विनय से धन आता है।
धन से धर्म होता है ,धर्म से सुख मिलता है।।
3-विवेक
विवेक के लिए विद्या विनय धर्म तीनों को समाहित करे ।
तब विवेक का जन्म होता है ।।
4-साहस
साहस मनुष्य मै तभी उत्पन्न हो सकता है जब मनुष्य विवेक की चतुराई से धर्म मैं रह कर भगती के सहारे अपनी सारे योजनाओं को गुप्त रख के एक पथ पर अडिग रहे ।
अपनी योजना को पूरा करे बही साहस का अनुभव किया जा सकता है।
5-आपके भले कर्म
देखिए बहुत बार एसा हो जाता है की हमे समझ नही आता की अच्छे कर्म हमसे हो पा रहे है या नहीं कभी कभी लगता है दान कर दिया हो गया अच्छा कर्म ।
लेकिन इस हर वक्त सही नही है मुझे चाणक्य की एक बात पसंद आती है ।
चाणक्य बोलते है धन का दान करना सही नहीं है इसके लिए थोड़ा और विस्तार मै बोले हम घबराओ मत।
धन का दान या धन का सहयोग हर वक्त पर सही नही है।
थोड़े विवेक के साथ धन का धन या सहयोग करना सही होगा ।
जब कुछ समझ नहीं आए तो भगवान का नाम लो और धन का दान कर सकते है ।
सबसे बड़ा दान अन्ना का है आप लोगो ने सुना भी होगा ।
6-सत्यनिष्ठा
सच्ची निष्ठा के अनेक उदाहरण है।
लेकिन सबसे पहले सत्य जानना जरूरी हो जाता है मनुष्य अगर सत्य समझ जाए तो निष्ठा अपने आप ही सच्ची ईमानदार हो जायेगी।
मेरे हिसाब से राम ही सत्य है। सत्य ही राम है।।
7-भगवान के प्रति आपका विश्वास।।
भगवान के प्रति आपका विश्वास तभी उत्पन्न हो सकता है जब मनुष्य विवेक सील हो बरना दुनिया मै इतने तर्क वितर्क है की इंसान भ्रम मै अपने आपको ही नही समझ सकता ।
मुझे लगता है की हर इंसान मै आत्मा रूप मै भगवान बिराजमान है ।
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