बेरोजगारी भत्ता 4500 रुपये की खबर पर सच क्या है?
Topik: बेरोजगार युवाओं को ₹4500 की आर्थिक सहायता – सच्चाई क्या है?
क्या आपको भी सोशल मीडिया पर 4500 रुपए के बेरोजगारी भत्ते की खबर दिखी? कई लोग इस स्कीम को असली मान बैठे हैं, लेकिन News Shivam90.in ने जब पड़ताल की तो चौकाने वाली सच्चाई सामने आई। आइये जानते हैं इस स्कीम का सच, कौन चला रहा है, और क्या आप इसके हकदार हैं?
इंटरनेट पर इन दिनों एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार बेरोजगार युवाओं को ₹4500 हर महीने दे रही है। कई यूट्यूब वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट में इसे सच बताया गया है। लेकिन सच्चाई कुछ और है, और आज हम आपको उसी की पूरी जानकारी देंगे, वो भी देसी और सीधी भाषा में।
क्या सरकार ₹4500 बेरोजगारी भत्ता दे रही है?
नहीं। केंद्र सरकार की ओर से ऐसा कोई ऐलान नहीं हुआ है कि सभी युवाओं को ₹4500 बेरोजगारी भत्ता मिलेगा। सोशल मीडिया पर चल रही यह खबर भ्रामक है।
हालांकि, कुछ राज्य सरकारों द्वारा अलग-अलग योजनाएं चलाई जा रही हैं जैसे:
- राजस्थान बेरोजगारी भत्ता योजना: राजस्थान सरकार ग्रेजुएट युवाओं को ₹4000 और युवतियों को ₹4500 प्रतिमाह देती है।
- उत्तर प्रदेश से संबंधित भत्ता योजना: कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने सेवा मित्र पोर्टल शुरू किया था, लेकिन उसमें ₹4500 भत्ता जैसी कोई योजना आधिकारिक रूप से अभी सक्रिय नहीं है।
वायरल खबरों का सच क्या है?
कुछ वेबसाइट और यूट्यूब चैनल व्यूज़ के लिए गलत जानकारी फैला रहे हैं कि सरकार ₹4500 दे रही है। इस पर PIB Fact Check ने भी स्पष्ट किया है कि केंद्र सरकार की तरफ से ऐसी कोई स्कीम नहीं है।
PIB Fact Check द्वारा जारी जानकारी:
PIB ने 2023 में साफ किया था कि “बेरोजगारी भत्ता योजना ₹4500 की” खबर फर्जी है। कोई भी योजना शुरू होने पर यह जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर पहले दी जाती है जैसे कि:
- राष्ट्रीय करियर सेवा पोर्टल (www.ncs.gov.in)
- प्रधानमंत्री कार्यालय (pmindia.gov.in)
- प्रेस सूचना ब्यूरो (pib.gov.in)
युवाओं से अपील:
दोस्तों, अगर आपको कोई भी योजना दिखे जिसमें लिखा हो कि "₹4500 बेरोजगारी भत्ता फॉर्म भरिए", तो पहले उसकी सरकारी वेबसाइट पर पुष्टि करें। बिना जांचे-परखे किसी लिंक पर क्लिक न करें, क्योंकि कई फर्जी साइट्स आपका डेटा चुरा सकती हैं या पैसे ठग सकती हैं।
फर्जी खबर फैलाने वालों पर हो सकती है कार्रवाई
IT एक्ट और साइबर लॉ के तहत झूठी योजना फैलाना कानूनन अपराध है। अगर किसी यूट्यूबर या वेबसाइट ने बिना पुष्टि के यह दावा किया है, तो उस पर कार्रवाई की जा सकती है।
निष्कर्ष:
4500 रुपये बेरोजगारी भत्ता की जो खबर चल रही है वो अभी तक फर्जी है। किसी राज्य सरकार की योजना हो सकती है, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से ऐसा कोई एलान नहीं है।
Sources:
Shivam90.in की तरफ से निवेदन: ऐसी हर खबर की जांच करें, और अपने दोस्तों को भी जागरूक करें।
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