मॉनसून सत्र LIVE: क्या संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ बनेगा बवाल का कारण?
नई दिल्ली: संसद का मॉनसून सत्र (21 जुलाई से 21 अगस्त) आज से आरंभ हो गया है और इस बार राजनीतिक गलियारों में कुछ बड़े मुद्दों की गूंज सुनाई दे रही है। सबसे चर्चित मुद्दा है 'ऑपरेशन सिंदूर'। सूत्रों की मानें तो यह एक गुप्त सैन्य मिशन से जुड़ा है, जो जम्मू-कश्मीर या उत्तर-पूर्व भारत में हुआ हो सकता है। हालांकि सरकार ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन संसद में इस पर बहस तय मानी जा रही है।
विपक्ष का कहना है कि सरकार इस ऑपरेशन के नाम पर राजनीतिक लाभ लेना चाहती है, जबकि सत्ताधारी पार्टी इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य सफलता का प्रमाण बता रही है। यह मामला ना केवल संसद में चर्चा का विषय बनेगा बल्कि देशभर में इसकी सियासी हलचल महसूस की जा रही है।
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Google और Meta की पेशी पर बवाल
एक और बड़ा मुद्दा जो संसद में गरमा सकता है, वह है ED द्वारा Google और Meta को तलब करना। जानकारी के मुताबिक, अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को प्रमोट करने में इन डिजिटल दिग्गजों की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं। जांच एजेंसियों ने नोटिस भेज दिया है और संसद में इसपर सरकार से जवाब मांगा जा सकता है।
टैक्स सुधार बिल और मोदी की विदेश यात्रा
इस सत्र में नया टैक्स सुधार विधेयक भी पेश किया जा सकता है, जो आम जनता से लेकर व्यापारियों तक को प्रभावित करेगा। वित्त मंत्री का कहना है कि यह बिल टैक्स प्रणाली को और पारदर्शी बनाएगा।
साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की UK और मालदीव यात्रा पर भी विपक्ष की नज़र है। विदेश नीति, रक्षा सहयोग, और भारत के वैश्विक संबंधों पर विपक्ष सरकार से जवाब मांग सकता है।
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क्या इस बार कुछ ठोस निकलेगा?
हर बार की तरह इस बार भी सवाल यही है कि "क्या संसद में सिर्फ शोरगुल होगा या कोई ठोस नीति भी बनेगी?" मॉनसून सत्र का एजेंडा तो भारी है, लेकिन उसे क्रियान्वयन में बदलने की जिम्मेदारी दोनों पक्षों की है।
जनता की नजरें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भी हैं और ED की जांच पर भी। अगर यह सत्र सफल रहा तो इससे संसद की साख भी बढ़ेगी और लोकतंत्र की बुनियाद भी मजबूत होगी।
खबर Shivam90.in के लिए: सोशल टीम की रिपोर्ट
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