दशहरा 2025: रावण दहन शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और क्या करें- क्या न करें
नई दिल्ली, News Shivam90.in: विजयादशमी यानी दशहरा हिंदुओं का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है, जब बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक मान कर रावण दहन किया जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध करके माता सीता जी को वापस लाए थे। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा की पूजा करने के बाद दशहरे के दिन विशेष पूजन और रावण दहन का विशेष महत्व होता है।
📅 दशहरा 2025 की तारीख और शुभ मुहूर्त
- तारीख: 2 अक्टूबर 2025,दिन गुरुवार
- विजय मुहूर्त: शाम 02:12 से 02:58 बजे तक
- अपराह्न पूजन मुहूर्त: 01:30 से 03:30 बजे तक
- रावण दहन का सर्वश्रेष्ठ समय: शाम सूर्यास्त के बाद, 06:15 बजे से 08:30 बजे के बीच
नोट: दशहरा का पर्व सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक शुभ माना जाता है, लेकिन रावण दहन का कार्य हमेशा शाम को ही करना चाहिए।
🙏 दशहरा पूजा विधि
- सुबह स्नान कर घर के पूजा स्थान को साफ करें।
- भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की तस्वीर/मूर्ति रखें।
- चावल, फल, पुष्प, धूप, दीप और नारियल अर्पित करें।
- शमी वृक्ष, अस्त्र-शस्त्र या वाहन की पूजा करना विशेष फलदायी माना जाता है।
- मां दुर्गा और भगवान श्रीराम का नाम लेकर संकल्प करें।
✅ दशहरे पर क्या करें?
- इस दिन नए कार्य की शुरुआत करना शुभ होता है।
- शमी वृक्ष, तलवार या अस्त्र-शस्त्र की पूजा करें।
- घर के बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लें।
- जरूरतमंदों को दान और भोजन कराना पुण्यकारी होता है।
❌ दशहरे पर क्या न करें?
- दोपहर बाद बाल कटवाना या नाखून काटना अशुभ माना जाता है।
- नकारात्मक सोच, क्रोध और झूठ बोलने से बचें।
- शाम के समय झगड़ा या विवाद न करें।
- रावण दहन का कार्यक्रम कभी दिन में न करें।
✨ विजयादशमी का महत्व
दशहरा सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि सत्य की असत्य पर, धर्म की अधर्म पर और अच्छाई की बुराई पर जीत का संदेश देता है। यही कारण है कि इस दिन लोग अपने जीवन से नकारात्मकता को जलाकर नई शुरुआत करते हैं।
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