UP International Trade Show 3.0: उत्तर प्रदेश की औद्योगिक, कृषि और सांस्कृतिक क्षमताओं का भव्य प्रदर्शन
25 से 29 सितंबर 2025 तक भारत के उत्तर प्रदेश मै स्थित ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित UP International Trade Show 3.0 ने प्रदेश की औद्योगिक, कृषि, सांस्कृतिक और नवाचार क्षमताओं का बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया है। इस भव्य आयोजन में उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों के उत्पाद और नवाचार एक साथ देखने को मिले , जिससे प्रदेश के उद्यमियों और कारीगरों को वैश्विक बाजार से जोड़ने का अनोखा अवसर मिला पाया।
पशुपालन विभाग की उपलब्धियां
इस ट्रेड शो में पशुपालन विभाग ने अपने स्टॉल के माध्यम से पशुपालन योजनाओं, गो-आधारित उत्पादों और गो-संरक्षण प्रयासों को प्रदर्शित किया। मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश देश में दुग्ध उत्पादन में पहले स्थान पर है। प्रदेश के किसान कृत्रिम गर्भाधान, IVF और SSS जैसी तकनीकों का लाभ उठाकर अपने पशुधन उत्पादन को बढ़ा रहे हैं।
प्रदेश सरकार पशुओं की खुरपका और मुंहपका जैसी बीमारियों से निपटने के लिए प्रभावी टीकाकरण अभियान चला रही है। इसके अलावा, मिल्क प्रोड्यूसर इकाइयों को प्रोत्साहन देकर पशुपालकों के जीवन में खुशहाली लाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में राज्य में 5 क्रियाशील मिल्क प्रोड्यूसर इकाइयां हैं – झांसी, गोरखपुर, आगरा और वाराणसी। इन इकाइयों के माध्यम से लाखों महिलाओं को रोजगार मिल रहा है और प्रदेश की दुग्ध समितियां आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
गोवंश संरक्षण और निराश्रित गो-आश्रय योजना
मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुसार वर्ष 2018 में निराश्रित गो-आश्रय स्थल योजना लागू की गई। वर्तमान में 14 लाख से अधिक गोवंश की देखभाल सरकार की गौशालाओं और सहायता प्राप्त पशुपालकों द्वारा की जा रही है। प्रदेश में निराश्रित गोवंश से संबंधित 3 प्रमुख योजनाएं संचालित हैं, जो संरक्षण और संवर्धन में मदद कर रही हैं। यह पहल गोवंश संरक्षण और संवर्धन के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
प्रदेश सरकार पशुपालकों को तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है, जिससे वे अपने पशुधन की बेहतर देखभाल कर सकें। इन प्रयासों के कारण पशुपालक न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हुए हैं, बल्कि प्रदेश में दुग्ध उत्पादन भी लगातार बढ़ रहा है।
One District-One Product (ODOP) योजना की सफलता
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 'वोकल फॉर लोकल' विजन को उत्तर प्रदेश में #UPCM योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ODOP योजना ने जमीन पर उतारा। इस योजना के तहत 75 जिलों की कला, हस्तशिल्प और परंपरागत उत्पादों को एक नई पहचान मिली। 1.5 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मिला, जिससे ग्रामीण और शहरी कारीगर दोनों लाभान्वित हुए।
UP International Trade Show 3.0 में ODOP योजना के अंतर्गत मुरादाबाद का मेटल क्राफ्ट, भदोही की कालीन, गोरखपुर का टेराकोटा, आजमगढ़ की ब्लैक पॉटरी, वाराणसी की सिल्क साड़ी और पूरे प्रदेश की समृद्ध कला और संस्कृति प्रदर्शित हुई। इस भव्य प्रदर्शन ने न केवल प्रदेश के परंपरागत उद्योगों को नई दिशा दी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर उत्तर प्रदेश के उत्पादों की मान्यता भी बढ़ाई।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उत्तर प्रदेश
ODOP योजना ने परंपरागत उद्योगों को नया जीवन दिया है और प्रदेश के उत्पाद अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हो रहे हैं। मुख्यमंत्री जी के विजन के अनुरूप, उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह पहल न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देती है, बल्कि प्रदेश के कारीगरों और छोटे उद्यमियों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा का अवसर भी देती है।
उत्तर प्रदेश की नागरिक अनन्या, गाजियाबाद कहती हैं: "मैं उत्तर प्रदेश की निवासी होने पर गर्व महसूस करती हूँ। मैंने अपनी आँखों से बदलते उत्तर प्रदेश को देखा है। #UPCM योगी आदित्यनाथ जी सबसे प्रेरणादायक व्यक्ति हैं।"
सारांश
- UP International Trade Show 3.0 में प्रदेश की औद्योगिक, कृषि, सांस्कृतिक और नवाचार क्षमताओं का भव्य प्रदर्शन हुआ।
- पशुपालन विभाग ने दुग्ध उत्पादन, गो-संरक्षण और तकनीकी नवाचारों से जुड़ी उपलब्धियां प्रदर्शित की।
- प्रदेश में 5 क्रियाशील मिल्क प्रोड्यूसर इकाइयां और लाखों महिलाओं को रोजगार।
- ODOP योजना ने 75 जिलों की कला और हस्तशिल्प को अंतरराष्ट्रीय पहचान दी।
- उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर भारत की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है और वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा दे रहा है।
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