अप्रैल 2025 का गोल्ड मार्केट विश्लेषण - कीमतें, कारण और भविष्य
वैश्विक परिदृश्य और गोल्ड की कीमतें
अप्रैल 2025 में गोल्ड की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल देखा गया। 22 अप्रैल को गोल्ड की कीमत $3,500 प्रति औंस तक पहुंच गई, जो अब तक की सबसे ऊंची कीमत है। हालांकि, महीने के अंत तक यह घटकर $3,332.81 प्रति औंस पर आ गई।
प्रमुख कारण
1. भू-राजनीतिक तनाव
रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिका-चीन व्यापार तनाव ने निवेशकों को गोल्ड की ओर मोड़ा।
2. केंद्रीय बैंकों की खरीदारी
चीन और भारत सहित प्रमुख देशों के केंद्रीय बैंकों ने बड़ी मात्रा में गोल्ड खरीदा।
3. मुद्रास्फीति और आर्थिक अनिश्चितता
अमेरिका में बढ़ती महंगाई और आर्थिक अनिश्चितता ने गोल्ड को ‘सेफ हेवन’ बना दिया।
मई 2025 की शुरुआत में गिरावट
मई में कीमतें गिरकर $3,150 तक पहुंच गईं। विशेषज्ञ इसे अस्थायी गिरावट मान रहे हैं।
भारत में गोल्ड की स्थिति
कीमतें और मांग
भारत में अप्रैल के दौरान गोल्ड ₹1,01,533 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जो महीने के अंत में ₹98,153 रह गया।
त्योहारी सीजन और मांग
अक्षय तृतीया और शादियों के कारण गोल्ड की मांग बढ़ी।
भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों की राय
- JP Morgan: $4,000 प्रति औंस (2026 तक)
- Goldman Sachs: $3,700 प्रति औंस (2025 के अंत तक)
जोखिम और चुनौतियां
अगर वैश्विक व्यापार स्थिर होता है तो कीमतें गिर सकती हैं। साथ ही बाजार में ओवरबॉट स्थिति बनी हुई है।
विशेषज्ञों की सलाह
मार्केट में गोल्ड की चाल को लेकर अलग-अलग विशेषज्ञों की राय सामने आई है:
- JP Morgan: गोल्ड लॉन्ग टर्म में $4,000 प्रति औंस तक जा सकता है, खासकर अगर महंगाई और भू-राजनीतिक तनाव जारी रहे।
- Goldman Sachs: गोल्ड साल 2025 के अंत तक $3,700 प्रति औंस तक पहुंचने की संभावना है, क्योंकि बैंकों की खरीदारी और डॉलर में कमजोरी बनी रहेगी।
- Motilal Oswal: भारत में सोने की कीमत ₹1,05,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है अगर रुपये में गिरावट और मांग बनी रहती है।
- World Gold Council: गोल्ड की डिमांड 2025 में नई ऊंचाई पर जा सकती है, खासकर चीन और भारत जैसे देशों में।
Shivam90 की राय
Shivam Soni (Shivam90.in के संपादक) का मानना है कि:
- गोल्ड अब केवल एक ज्वेलरी आइटम नहीं, बल्कि एक सुरक्षित निवेश विकल्प बन चुका है।
- अप्रैल 2025 में कीमतों में आई तेजी से ये साफ हो गया है कि गोल्ड पर भरोसा करने वाले निवेशकों को लंबी अवधि में फायदा मिलेगा।
- शॉर्ट टर्म में थोड़ी गिरावट संभव है, लेकिन 2025 के अंत तक ₹1,08,000 प्रति 10 ग्राम तक की संभावनाएं दिख रही हैं।
- गांवों में भी गोल्ड की मांग बढ़ी है, जो रूरल इकोनॉमी में सुधार का संकेत देता है।
निवेशकों को सलाह है कि गोल्ड में SIP या छोटे-छोटे निवेश के जरिए लॉन्ग टर्म के लिए प्लान करें।
निष्कर्ष
अप्रैल 2025 में गोल्ड की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर रहीं। हालांकि मई की शुरुआत में कुछ गिरावट देखी गई, लेकिन लॉन्ग टर्म में इसमें तेजी की संभावना बनी हुई है।
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