हर इंच पाकिस्तान भारत की रेंज में – Rajnath Singh का बड़ा बयान | BrahMos Missile Power
लखनऊ: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक ऐतिहासिक बयान देते हुए कहा है कि अब पाकिस्तान का हर इंच भारत की BrahMos Missile की रेंज में है। यह बयान भारत की रक्षा नीति और आत्मनिर्भर भारत मिशन के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है। लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस की नई यूनिट लॉन्च करते हुए उन्होंने कहा कि भारत अब किसी पर निर्भर नहीं, बल्कि खुद दुनिया को रक्षा तकनीक दे रहा है।
क्या है BrahMos Missile की ताकत?
BrahMos Missile भारत और रूस के संयुक्त सहयोग से बनी एक सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल है। यह आवाज़ की गति से तीन गुना तेज यानी Mach 3 की स्पीड से चलती है। इसकी मारक क्षमता अब 700 किलोमीटर तक बढ़ा दी गई है, जिसका मतलब है कि पाकिस्तान का कोई भी इलाका इससे बाहर नहीं है। यह मिसाइल ज़मीन, पानी और हवा – तीनों जगह से लॉन्च की जा सकती है।
भारत के वैज्ञानिकों ने इस मिसाइल में स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया है। पहले इस मिसाइल की रेंज 290 किमी थी, लेकिन अब इसे विस्तारित कर दिया गया है। नई यूनिट में तैयार की गई मिसाइलें पहले से हल्की, तेज और ज्यादा सटीक निशानेबाज हैं।
रक्षा मंत्री का संदेश – भारत अब चुप नहीं बैठेगा
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत शांति चाहता है लेकिन कमजोरी नहीं दिखाएगा। उनका सीधा संदेश था — “भारत अब न झुकेगा, न रुकेगा।” उन्होंने कहा कि अगर कोई देश भारत की सीमाओं की तरफ गलत नज़र डालता है, तो उसे जवाब ब्रह्मोस से मिलेगा। यह सिर्फ पाकिस्तान के लिए नहीं, बल्कि उन सभी देशों के लिए संकेत है जो भारत की सीमाओं पर उकसाने की कोशिश करते हैं।
भारत की आत्मनिर्भरता की मिसाल
लखनऊ की यह यूनिट भारत की रक्षा उद्योग में नया मील का पत्थर है। यहां बनने वाली मिसाइलें न सिर्फ भारतीय सेना की जरूरतें पूरी करेंगी बल्कि विदेशों को भी एक्सपोर्ट की जाएंगी। भारत ने पहले ही फिलिपींस को BrahMos मिसाइल बेचकर दुनिया को दिखा दिया है कि अब भारत केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि रक्षा उत्पादक देश बन गया है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस यूनिट से आने वाले दो सालों में लगभग 10,000 युवाओं को रोजगार मिलेगा। यानी यह सिर्फ सुरक्षा नहीं, बल्कि रोजगार और तकनीकी क्रांति भी है।
BrahMos Missile की खासियतें
- सुपरसोनिक स्पीड – आवाज़ से 3 गुना तेज (Mach 3)
- मारक क्षमता – 700 किलोमीटर
- लॉन्च प्लेटफॉर्म – ज़मीन, समुद्र और वायु
- निर्माण – भारत-रूस संयुक्त सहयोग
- ट्रैकिंग सिस्टम – अत्याधुनिक स्वदेशी तकनीक
क्यों पाकिस्तान चिंतित है?
भारत की नई मिसाइल यूनिट के बाद पाकिस्तान की नींद उड़ चुकी है। वहां के रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि भारत की ब्रह्मोस तकनीक से अब उनका कोई भी सैन्य ठिकाना सुरक्षित नहीं बचा। भारत का यह कदम साफ संदेश देता है — "हम शांति चाहते हैं, लेकिन अगर कोई उकसाएगा तो जवाब ज़रूर मिलेगा।"
भारत का भविष्य – शक्ति और शांति का संगम
रक्षा मंत्री ने अपने भाषण में कहा, “हमारा लक्ष्य किसी पर हमला करना नहीं, बल्कि खुद को इतना मजबूत बनाना है कि कोई हमला करने की हिम्मत न करे।” भारत का रक्षा दर्शन सदैव “शक्ति में शांति” रहा है, और BrahMos उसकी सटीक मिसाल है। आज भारत न केवल तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर है, बल्कि अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह सक्षम भी है।
नया भारत – नया आत्मविश्वास
जहां पहले भारत रक्षा सामग्री के लिए विदेशों पर निर्भर था, वहीं अब भारत खुद रक्षा निर्यातक बन चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “Make In India” नीति के तहत, अब रक्षा क्षेत्र में भारत की साख लगातार बढ़ रही है। BrahMos Missile उसी का चमकता उदाहरण है। यह सिर्फ एक मिसाइल नहीं, बल्कि भारत की वैज्ञानिक बुद्धिमत्ता और सैनिक गर्व का प्रतीक है।
निष्कर्ष
राजनाथ सिंह का बयान केवल एक राजनीतिक स्टेटमेंट नहीं, बल्कि भारत की नई रणनीतिक सोच का प्रतिबिंब है। भारत अब “रक्षा” से आगे बढ़कर “रणनीति” की दिशा में चल पड़ा है। अब हर भारतीय को गर्व है कि उसका देश न सिर्फ दुनिया की सबसे बड़ी लोकतंत्र है, बल्कि सबसे मजबूत सेनाओं में से एक है। जय हिन्द! 🇮🇳
✍️ लिखने वाला: शिवम सोनी (Shivam90.in)
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