Bakrid 2025 को लेकर यूपी पुलिस हाई अलर्ट पर – संवेदनशील इलाकों में तैनात होगी फोर्स, 2134 VRT, 2623 हॉटस्पॉट्स चिन्हित
लखनऊ, 7 जून 2025: बकरीद (ईद-उल-अजहा) जैसे महत्वपूर्ण इस्लामिक पर्व को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूरे राज्य में सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम कर लिए हैं। डीजीपी विजय कुमार के आदेश पर संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान की गई है और वहां कड़ी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। इस वर्ष Bakrid 17 जून को मनाई जाएगी, जिसके चलते अब से ही राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
🔴 2134 व्यूआरटी और 2623 हॉटस्पॉट चिन्हित
राज्य में चिन्हित 2134 व्यूआरटी (VRT - Vulnerable Response Teams) और 2623 हॉटस्पॉट्स उन क्षेत्रों को दर्शाते हैं जहां पूर्व में सांप्रदायिक तनाव या कानून व्यवस्था से जुड़ी घटनाएं सामने आई थीं। इन सभी इलाकों में पुलिस, PAC और RAF की तैनाती की जाएगी।
📍 ड्रोन से निगरानी और CCTV नेटवर्क
अत्यधिक संवेदनशील इलाकों में ड्रोन की मदद से निगरानी की जाएगी। हर जिले में Drones और High Definition CCTV कैमरे लगाए जाएंगे जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
🕌 सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी प्रतिबंधित
- सड़क, पार्क, या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी नहीं करने दी जाएगी।
- नगर निकायों द्वारा निर्धारित स्थानों पर ही कुर्बानी की अनुमति दी जाएगी।
- प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पर पूर्ण रोक रहेगी।
- सभी जिलों में पशु चिकित्सकों की टीम भी तैयार रहेगी।
🧠 सोशल मीडिया मॉनिटरिंग तेज
फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। पुलिस की साइबर सेल को निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी भड़काऊ पोस्ट, वीडियो या अफवाह तुरंत हटाई जाए और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ IT एक्ट के तहत FIR दर्ज हो।
📞 UP 112 सेवा पूरी तरह एक्टिव
राज्य की आपात सेवा UP 112 को हाई अलर्ट पर रखा गया है। किसी भी स्थिति में नागरिक 112 पर कॉल कर तुरंत सहायता पा सकेंगे। इसके साथ ही Fire, Ambulance और Local Police की Coordination टीम भी तैयार रहेगी।
🕊️ पीस कमेटी की बैठकें शुरू
हर जिले में Peace Committee की बैठकें बुलाई गई हैं जिनमें हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदायों के धर्मगुरु, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं। इन बैठकों का मकसद लोगों को कानून का पालन करने और सौहार्द बनाए रखने की अपील करना है।
🛑 सड़कों पर कुर्बानी करने वालों पर कार्रवाई
डीजीपी कार्यालय से स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी व्यक्ति सड़कों या सार्वजनिक मार्गों पर कुर्बानी करता है तो उस पर संबंधित धाराओं में सख्त कार्रवाई की जाएगी। ट्रैफिक प्रभावित करने वालों को भी चिन्हित किया जाएगा।
🗣️ डीजीपी विजय कुमार का संदेश
"बकरीद का पर्व शांति और भाईचारे का प्रतीक है। किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या कानून उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संवेदनशील इलाकों में पुलिस पूरी सतर्कता के साथ तैनात रहेगी।" – विजय कुमार, डीजीपी उत्तर प्रदेश
📡 इंटेलिजेंस से मिल रहा फीडबैक
स्थानीय पुलिस को इंटेलिजेंस यूनिट द्वारा सतत फीडबैक दिया जा रहा है। हर जिले में विशेष टीम बनाई गई है जो भीड़ नियंत्रण, अफवाहों पर काबू और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होगी।
📋 ये जिले विशेष निगरानी में
- मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, बरेली, वाराणसी, लखनऊ, सहारनपुर, फिरोजाबाद जैसे शहर संवेदनशील माने गए हैं।
- यहां अतिरिक्त फोर्स, PAC और RAF की टीमों को तैनात किया जाएगा।
- अराजक तत्वों पर NSA के तहत कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
📣 जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे
पुलिस प्रशासन द्वारा लोकल रेडियो, समाचार पत्र, और सोशल मीडिया के जरिए आम जनता को जानकारी दी जा रही है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें और किसी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
📰 रिपोर्ट में शामिल SEO ट्रेंडिंग कीवर्ड्स
- Bakrid 2025 सुरक्षा
- यूपी पुलिस अलर्ट
- संवेदनशील इलाके उत्तर प्रदेश
- बकरीद पर ड्रोन निगरानी
- सोशल मीडिया पर पुलिस निगरानी
- बकरीद कानून व्यवस्था
- VRT UP Police
- Peace Committee बैठक
📎 निष्कर्ष
यूपी पुलिस का यह कदम एक सराहनीय पहल है जिससे प्रदेश में बकरीद का पर्व शांतिपूर्वक और सौहार्द के साथ मनाया जा सकेगा। लोगों से अपील है कि कानून व्यवस्था बनाए रखें, प्रशासन का सहयोग करें और किसी भी तरह की अफवाह या उकसावे में न आएं।
रिपोर्ट: News Shivam90.in
Post a Comment (0)